Monday, April 29, 2019

विभिन्न कलर के व्हीकल नंबर प्लेट


दोस्तो... आज हम बात करेंगे व्हीकल के नंबर प्लेट्स के बारे में जिसका प्रयोग किसी भी व्हीकल को पहचानने के लिए किया जाता है।


दोस्तो आमतौर पर हमे रास्ते पर वाइट और येल्लो कलर के नंबर प्लेट्स हमे देखने को मिलते है,
आज हम सभी कलर के नंबर प्लेट्स के बारे में जानेंगे जिन कलर्स के नंबर प्लेट्स का इंडिया में इस्तेमाल होता है।

वाइट नंबर प्लेट: दोस्तो, वाइट नंबर प्लेट का उपयोग प्राइवेट नॉन-कमर्शल कार, टू-व्हीलर मोटरसाइकिल के लिए किया जाता है। यहाँ येल्लो प्लेट और व्हाइट प्लेट में अंतर कमर्शल और नॉन-कमर्शल का है।
दोस्तो इसे सीधे सीधे समझे तो कमर्शल यानी ऐसे व्हीकल जिसके ड्राइवर्स पैसेंजर्स को बिठा सकते है और उसके बदले में उनसे किराया ले सकते है, वहीँ नॉन-कॉमर्शियल का मतलब प्राइवेट व्हीकल होता है, जिसका मतलब यह है कि वह व्हीकल सिर्फ व्यक्तिगत उपयोग के लिए है न कि पब्लिक के लिए।

येलो प्लेट: दोस्तो, येल्लो प्लेट का प्रयोग कॉमर्शियल उपयोग के लिए किया जाता है। आमतौर पर येल्लो नंबर प्लेट्स आपको बस, टैक्सी, ऑटो-रिक्शा वगैरह पब्लिक व्हीकल पर देखने को मिलेंगे। येलो नंबर प्लेट वाले व्हीकल के ड्राइवर को पैसेंजर बिठाने की कानूनी परमिशन होती है, 
और उसे जनरली टैक्सी-पारसिंग भी कहा जाता है। येलो नंबर प्लेट के वार्षिक शुल्क रहते है जो व्हीकल के ओनर द्वारा आरटीओ को पे करने होते है।

ब्लैक प्लेट: इसके बाद आता है ब्लैक प्लेट, जिसका उपयोग उस व्हीकल के लिए किया जाता है जिन व्हीकल्स को किराए पर दिया जाता है,

 इन व्हीकल्स के मालिक उनके व्हीकल को सेल्फ-ड्राइव के लिए किराए पर देते है।

ब्लू प्लेट: दोस्तो, यह प्लेट भारतीय दूतावास को दी जाती है जिन्हें फॉरेन कॉन्सुलेट्स भी कहते है।
 इस तरह की नंबर प्लेट्स ब्लू कलर की होती है जिनमें वाइट अक्षरों से नंबर लिखा गया होता है।

ग्रीन प्लेट: दोस्तो, नेक्स्ट है ग्रीन प्लेट जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर पाए जाते है। 

इसमे ग्रीन कलर की प्लेट पर वाइट अक्षरों से नंबर लिखा रहता है।

रेड: दोस्तो, रेड प्लेट का इस्तेमाल भारत के राष्ट्रपति या राज्यपाल (स्टेट गवर्नर) के व्हीकल पर किया जाता है।

यह प्लेट्स बिना लाइसेंस के होती है। यह प्लेट पर सुनहरे रंग में तीन सिंहो वाला भारत का सत्यमेव जयते का प्रतीक बना होता है।

आज की इस पोस्ट में मैंने सभी तरह की व्हीकल रजिस्ट्रेशन प्लेट्स के बारे में लिखा है, उम्मीद करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अछि लगी होगी, इस ब्लॉग पर आप इसी तरह की कुछ और पोस्ट भी पढ़ पाएंगे।
अपने दोस्तों से शेयर करना मत भूलियेगा।

धन्यवाद! 

Saturday, April 27, 2019

ओवरटेक करने से संबंधित ज़रूरी जानकारी

  • जब तक आवश्यकता नही होती है आप ओवरटेक करने का प्रयास न करे। और जब भी ओवरटेक करने की आवश्यकता लगती है तो इन बातों का हमेशा ख्याल रखे।
  • ओवरब्रिज या अंडरब्रिज या फिर संकरे रास्तो पर ओवरटेक बिल्कुल भी न करे।



  • जब तक आप सुनिश्चित नही होते है कि आपके ओवरटेक से आपको या किसी और को कोई खतरा नही है तब तक ओवरटेक करने का प्रयास न करे।
  • पीछे से आ रहे वाहन के ड्राइवर अगर आपसे आगे निकलने के लिए साइड मांगते है तो उन्हें सावधानी से साइड दे।



  • जब भी आपका वाहन किसी और वाहन के द्वारा टेकओवर हो रहा हो तब अपनी गति न बढ़ाए।
  • याद रहे, कभी भी बाई ओर से आपको ओवरटेक नही करना है, हमेशा दाई ओर से ओवरटेक करे और तभी करे जब आपके सामने वाले ड्राइवर के द्वारा ओवरटेक संकेत दिया गया हो और उन्होंने उचित मोड़ ले लिया हो।
  • जब आप सड़क के एक कोने को या क्रॉसरॉड्स या आगे के मोड़ को या उसके आसपास नही देख सकते है, तो ओवरटेक न करे।



  • किसी वाहन में ड्राइवर या कंडक्टर के अलावा किसी अन्य व्यक्तिओ द्वारा (गो अहेड) के दिये गए संकेतो से सावधान रहें।
  • आपको केवल तब ही ओवरटेक करने चाहिए जब रास्ते पर पर्याप्त जगह हो और कोई आने जाने वाला वाहन न हो।



  • रात के दौरान ओवरटेक करना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है उस स्थिति में ज्यादा ध्यान रखे। और उस समय ओवरटेक करते समय डीपर का इस्तेमाल करे।

इस जानकारी को अपने फैमिली और दोस्तो से शेयर करे।

धन्यवाद।

Friday, April 19, 2019

ड्राइविंग करते समय इन बातों का रखे खयाल: कभी नही होगा एक्सीडेंट

नमस्ते दोस्तो,
आज मैं आप सब को मोटर साइकिल ड्राइविंग के कुछ टिप्स बताऊंगा जिससे एक्सीडेंट और चोट लगने जैसी गंभीर समस्या समस्याओ का सामना नही करना पड़ेगा,
तो चलिए दोस्तो शुरू करते है,
दोस्तो अगर आप कोई भी टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर, या फ़ॉर-व्हीलर चला रहे है तो ड्राइविंग के वक़्त इन बातों का बहुत खयाल रखें

1) रिअर व्यू मिरर:
दोस्तो, मैने अक्सर देखा है कि कई यंग बॉयज एंड गर्ल्स अपने व्हीकल पर रहे रिअर व्यू मिरर को निकाल देते है या फिर मिरर पर बहूत ही कम ध्यान देते है। काफी बार रिअर व्यू मिरर को नजरअंदाज करने की वजह से एक्सीडेंट हो जाते है, में आप सभी से अनुरोध करूँगा की कभी भी अपने व्हीकल पर लगे दोनो तरफ के रीअर व्यू मिरर को ना ही निकाले और ना ही नजरअंदाज करे।

दोस्तो जब भी कोई पीछे से आ रहे होते है तो सबसे पहले हमें इसी मिरर से देखने को मिलते है, जिससे कि हम अपने व्हीकल को दाये या बाये ना ले जाये।

2) साइड लाइट्स:
दोस्तो, 1 और चीज़ है साइड लाइट, इसका भी हमे बोहोत ही सावधानी से उपयोग करना है। जब भी हमे दाये या बाये मुड़ना है या फिर बड़े से हाइवे पर अपना व्हीकल बाये से दाये या दाये से बाये मूव करना है तो हमे साइड लाइट जरूर  ओन करनी चाहिए ताकि पीछे से आ रहे व्हीकल्स के ड्राइवर्स को पता चल पाये की आप अपना व्हीकल मोड़ रहे है या फिर अपनी साइड बदल रहे है (लेफ्ट या राइट)। 
दोस्तो जब कभी भी हम बिना साइड लाइट शो किये व्हीकल को टर्न देते है तो बहुत ही ज्यादा संभव है कि पीछे से आ रहा व्हीकल आपके व्हीकल को टकरा जाएगा। तो दोस्तो हमेशा खयाल रखें कि जब भी अपने व्हीकल को मोड़े तो साइड लाइट को बिना भूले ऑन कर दे ताकि एलर्ट बजे और साइड लाइट ग्लो करे जिससे एक्सीडेंट की संभावना बहुत ही कम हो जाएगी।

3) व्हीकल का मेन्टेनेन्स / सर्विस:
दोस्तो, आपके पास कोई भी व्हीकल हो चाहे टू,थ्री, या फ़ॉर व्हीलर आपको यह हमेशा याद रखना है कि आपके व्हीकल का मेन्टेनेन्स आपने अच्छे से करवा रखा है, क्यों कि व्हीकल एक ऐसा साधन है जो बोहोत से मशीनो को जोड़ के बना हुआ है, और जैसे जैसे आप उसे चलाते है उसमें घिसावट आती है जिसकी वजह से आपकी गाड़ी की परफॉरमेंस में कमी आती है और उसकी वजह से काफी बार एक्सीडेंट होने की संभावनाये बढ़ जाती है। इसलिए आपको हमेशा समयांतर अपने व्हीकल का मेन्टेनेन्स कराते रहना है, जिससे आपके व्हीकल के सारे पार्ट्स अच्छे से ऑपरेट करेंगे। 
साथ ही आपको समयांतर अपनी गाड़ी में इंजन आयल का लेवल भी चेक करते रहना है ताकि इंजन का परफॉरमेंस और उसकी लाइफ में इज़ाफ़ा हो। साथ ही टायर के ऐर प्रेशर (30 - 35)का भी ख्याल रखे।
दोस्तो, अगर आप अपने बाइक या कार का मेन्टेनेन्स समय पर नही कराते है तो आपकी गाड़ी के ब्रेक्स, क्लच, और इंजन सही से काम नही करेगा जिससे एक्सीडेंट होने के चांस बढ़ जाते है। 

4) हेलमेट / सीट बेल्ट:
दोस्तो, यह तो आप सब जानते ही है कि टू व्हीलर में हेलमेट और फोर व्हीलर में सीट बेल्ट की कितनी आवश्यकता है! 

दोस्तो में आप सब से बिनती करूँगा की कभी भी बिना हेलमेट के टू व्हीलर और बिना सीट बेल्ट के फोर व्हीलर कभी ना चलायेदोस्तो हमारी लाइफ बोहोत कीमती है उसे हेलमेट/सीट बेल्ट जैसी छोटी चीजो की वजह से बर्बाद मत करियेगा। याद रहे सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।

5) ड्राइविंग लाइसेंस:
दोस्तो, ड्राइविंग लाइसेंस निकलवाना आपकी जिम्मेदारी भी है और आपके हित में भी है। हमेशा याद रहे ड्राइविंग लाइसेंस के बिना गाड़ी चलाना कानूनी अपराध है और यह जोखमी भी है, दोस्तो मेरा मानना है कि अगर आपने ड्राइविंग लाइसेंस नही निकलवाया है तो तुरंत निकलवा दीजिये जिससे कि आप बोहोत सी तकलीफो से बच सकते है। 

और हमेशा याद रहे कि आप जब तक एक परफेक्ट ड्राइवर नही बन जाते है या आप एक ड्राइविंग लर्नर है तो हमेशा आप अपने साथ किसी रेगुलर ड्राइवर को रखे जिससे कि आपको वह गाइड कर सके, दोस्तो जब तक आप बिलकुल सही तरीके से गाड़ी चलाना नही सिख जाते तब तक आपको हाइवे या किसी बड़े रास्ते पर व्हीकल नही चलाना चाहिए।

6) आयु 18 साल से कम है तो गाड़ी न चलाये:
दोस्तो, अगर आपकी आयु 18 साल से कम है (बिना गिअर वाले व्हीकल के लिए 16 साल) तो आपको मोटरसाइकिल या कार नही चलानी चाहिए, यह एक कानूनी अपराध भी है साथ ही यह बहुत खतरनाक भी हो सकता है। सभी माता पिताओं को भी बताना चाहूंगा कि अगर आपके बच्चे 16 - 18 साल से कम उम्र के है तो आप उन्हें व्हीकल चलाने न दे, अगर आप ऐसा करते है तो वेहिकल के एक्सीडेंट होने पर आप बहुत बड़ी कानूनी मुसीबत में पड़ सकते है। 

याद रहे अगर आप बिना लाइसेंस निकलवाये व्हीकल चला रहे है तो उसका खामियाज़ा आपको भुगतना पड़ सकता है। और अगर आप सिख रहे है तो अपने व्हीकल के आगे और पीछे लाल कलर में L लगाना मत भूलिए अगर आप लर्निंग लाइसेंस धारक है और आप बिना L लगाए गाड़ी चलाते है तो आपका लर्निंग लाइसेंस अमान्य माना जायेगा।

7) नशा करके कभी गाड़ी न चलाये:
दोस्तो एक और बात यह है कि अगर आप किसी भी तरह का नशा करते है तो नशे में होने पर कभी ड्राइविंग न करे, उससे आपके एक्सीडेंट होने के चांस 80 से 90  प्रतिशत बढ़ जाएंगे। 

नशा करके कभी भी गाड़ी न चलाये इससे एक्सीडेंट होने की संभावनाएं बोहोत अधिक हो जाती है और आपका बहुत ही गंभीर एक्सीडेंट हो सकता है और इस परिस्थिति में आप पर कानूनी कार्यवाही होती है जिसमें बचने के चान्स बहुत कम होते है, अतः कभी भी नशा करके गाड़ी न चलाये।

8) ट्रैफिक सिग्नल और साइन बोर्ड को फॉलो करें:
ड्राइविंग करते वक़्त हमेशा रास्ते पर आ रहे साइन बोर्ड को समझे और उन्हें फॉलो करें

जैसे कि रेड, येलो, ग्रीन सिग्नल, और साइन बोर्ड जैसे कि आगे स्कूल है, स्पीड लिमिट, वन वे रोड, नो पार्किंग, स्टॉप, जीब्रा क्रासिंग वगैरह। ट्रैफिक सिग्नल फॉलो करने से आपके एक्सीडेंट के चांस बहुत ही कम हो जाते है। 

9) हैडफ़ोन या मोबाइल का इस्तेमाल न करें:
दोस्तो, हमे ड्राइविंग करते वक़्त हैडफ़ोन में गाने सुनना अच्छा लगता है पर यह ध्यान रहे कि हेडफोन लगाने पर हमें आसपास से आ रहे व्हीकल्स का ध्यान नही रहता है जिसकी वजह से कई बार अकस्मात हो जाता है। में आपको यही कहना चाहूंगा कि हेडफोन/इयरफोन का इस्तेमाल गाड़ी चलाते वक्त 

न करे यह आपके हित में है। और गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करे, अगर आपको कोई कॉल आती है तो आपको आपकी गाड़ी को साइड में लगाकर फिर फोन पर बात करनी चाहिए। 

10) आगे चल रहे व्हीकल से उचित दूरी बनाए रखे:
आपको बताना चाहूंगा कि आपके आगे कोई व्हीकल चल रहा है तो उससे आपको थोड़ी दूरी बनाए रखनी है

क्यो की ऐसा न करने पर आगे वाले व्हीकल के स्टॉप होने पर या अचानक धीरे होने पर आप उस व्हीकल के पीछे टकरा सकते है। 

11) ओवरटेक करते समय यह ध्यान रहे:
हम काफी बार रास्ते पर चल रहे दूसरे व्हीकल से आगे निकलने के लिए उन्हें ओवरटेक करते है, यहां कुछ चीज़ें याद रखिये, वह यह है कि आपको दूसरे व्हीकल को हमेशा दाईं ओर यानी राइट साइड से ओवरटेक करने है और ओवरटेक करने से पहले आगे चल रहे व्हीकल को हॉर्न बजाकर एलर्ट करना है, 

यहां ध्यान रहे कि दिन में ओवरटेक करते समय हॉर्न बजाए और रात में डीपर (हाई बीम - लौ बीम) का इस्तेमाल करे। इसतरह आप सेफ ओवरटेक कर सकते है।


आशा करता हूँ कि यह ब्लॉग से आपको काफी कुछ जानने को मिला होगा, में इसी तरह के जानकारी भरे पोस्ट लिखता रहूंगा अगर आपको मेरी पोस्ट अच्छी लगी हो तो लाइक करियेगा, अपने दोस्तों से शेयर करियेगा, शुक्रिया दोस्तो!