Monday, May 20, 2019

All you want to know about QR Code

Introduction:
QR code (Quick Response Code) is the trademark for a type of matrix barcode or two dimensional barcode. A barcode is a machine-readable optical label that contains information about the item to which it is attached. In practice, QR codes often contain data for a locator, identifier, or tracker that points to a website or application. A QR code uses four standardized encoding modes (numeric, alphanumeric, byte/binary, and kanji) to store data efficiently; extensions may also be used. In compares to barcodes a QR codes stores a more inforrmation very effectively and quickly scans and being used.

How It Works?
QR Code is a machine scannable image which can read by a mobile camera. One can go to the scanner of their mobile and scan the QR code. Every QR code consist black squares that contains several information that can be useful for make payment, re-directing someone to any website.
QR codes consist an invisible or unreadable information when we scan it with our smartphone camera it decrypts and convert into readable and visible content that human can easily read or see it.



Basically, a QR code works in the same way as a barcode at the supermarket. It is a machine-scannable image that can instantly be read using a Smartphone camera. Every QR code consists of a number of black squares and dots which represent certain pieces of information. When your Smartphone scans this code, it translate that information into something that can be easily understand by humans.
QR code scans very fast within 1 or 2 seconds and that's why it is widely using by banks, Digital Wallets, Malls & theatres to usually receiving payments without any hassels. Now a days people likes to scan and pay instead inserting account number or mobile number manually, It's time saving and hessel free process to inserting information. One can easily pay or receive money by just scanning a QR code and within seconds the payment get transferred to one account to another.


Advantages:
The main advantage of QR code is can be used for anything and everything. It scans and works very fast QR codes are very efficiently and effectively helps to the all customers, merchants and business ventures. Customers are easily paying their bills by just scanning the QR codes earlier they need to carry the cards, have to give to the cashier and have to enter the passcode manually which was a little lengthy process. Sameway small retailers and shopkeepers are also feel free from the hessels of keeping cash coins and change related issues.

Disadvantage:
Disadvantage of QR code is it's awareness among the customers because the most people in india are unaware about what QR code stands for and how simple it can be use, they have certain myths about the QR code that demotivates them to scan QR codes. One more disadvantage is if someone don't have the smartphone can't get benefits of the QR code as well some handsets doesn't have the feature of scanning the QR codes.


How one can Generate own QR Code:
There are so many websites and apps which can help you to generate a QR code for free. You can easily go to any of that website and generate the QR code for promoting your product, website, Visiting Cards etc. You can visit the website https://www.qrcode-monkey.com/ for generate a free QR code.

If you have any question about QR code please comment below. I hope you like this post, please comment and share with your friends.

Thank you.

Thursday, May 2, 2019

सेफ ड्राइव: स्कूल और स्कूल बस सेफ्टी

दोस्तो, आज जानेंगे कि स्कूल या स्कूल बस के आस पास से गुजरते वक़्त क्या ख्याल रखना है.. चलिए जान लेते है...

स्कूल के आसपास:
जब भी आप वाहन लेकर किसी स्कूल, कॉलेज या बालउद्यान से गुज़र रहे है तो आपको ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।
ज्यादातर सुबह और दोपहर 12 बजे के वक़्त स्कूल के आगे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है।
इस वक़्त आपको ट्रैफिक गार्ड या किसी ट्रैफिक पुलिस की सूचना या संकेत का बोहोत ज्यादा ध्यान रखना है।

स्कूल बस से उतरते या चढ़ते बच्चो को आपके वाहन से परेशानी न हो उसका ज्यादा ध्यान रखना है, और हॉर्न प्रोहिबिशन के संकेतों का खयाल रखकर हॉर्न अनिवार्य न होने पर नही बजाना है।
बच्चे हम बड़ो से शिखते है, इसलिए आपको आपके बच्चों को जनरल ट्रैफिक रूल्स के बारे में समझाना है।


स्कूल बस के आसपास:
जब भी आप स्कूल बस के पास है तो ज्यादा सतर्क रहें।
स्कूल बस के टेल-लाइट के संकेतों को समझे और उनका पालन करे। बच्चो के चढ़ने उतरने के वक़्त और बस के रुकने पर रेड लाइट होने पर आपके वाहन को रोक ले।
बस  के आगे या पीछे से क्रॉस कर रहे स्टूडेंट्स का खयाल रखें (अगर आप स्कूल बस चालक है)
बस तक पहुचने के लिए क्रॉस कर रहे बच्चों का ध्यान रखे।
धीमी गति में वाहन चलाये और ब्रेक करने के लिए हमेशा तैयार रहे।
हमेशा स्कूल बस और बच्चों के प्रति नम्र रहे।

दोस्तो, स्कूल या स्कूल बस के आसपास से गुझरते वक़्त इन बातो का खयाल रखें। मेरे इस ब्लॉग पर आपको इस तरह की रोड सेफ्टी के बारे में काफी और भी पोस्ट मिल जाएगी। में चाहता हु की आपको सेफ ड्राइविंग के सभी टिप्स देता रहूँ ताकि रोड-एक्सीडेंट्स कम हो सके, किसीको एक्सीडेंट्स से गुजरना न पड़े और हम सभी सेफ और खुश रहे।

आशा करता हु यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी, अपने दोस्तो के साथ शेयर करना न भूले।

HSRP: हाई सिक्‍योरिटी नंबर प्‍लेट

HSRP Number Plate:
अगर आपके पास मोटरसाइकिल या कार है तो आपको हाई सिक्‍योरिटी नंबर प्‍लेट के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है क्‍योंकि अगर आपके वाहन पर हाई हाई सिक्‍योरिटी नंबर प्‍लेट नहींं लगाई है तो आपको जुर्माना हो सकता है तो आइये जानते हैं क्‍या है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट...

क्रोमियम होलोग्राम वाले हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट में सात डिजिट का लेजर कोड यूनीक रजिस्ट्रेशन नंबर होता है। इस नंबर के जरिये किसी भी हादसे या आपराधिक स्थिति होने पर वाहन और इसके मालिक के बारे में तमाम जानकारियां उपलब्ध होंगी। नंबर प्लेट पर IND लिखा होता है, साथ ही क्रोमियम प्लेटेड नंबर और इंबॉस होने की वजह से नंबर प्लेट को रात के वक्त भी वाहनों पर कैमरे के जरिये नजर रखना संभव होगा।

लेजर डिटेक्टर कैमरा के लगाने के बाद किसी भी वाहन के बारे में कभी भी आसानी से पता लगाना संभव होगा और देश भर में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लगाने के साथ ही इंजन, चेसिस नंबर सहित तमाम जानकारियां भी नेशनल डाटाबेस में होंगी, जो पूरे देश के वाहनों का एक सेंट्रलाइज्ड रिकॉर्ड होगा।
कई बार अपराधी वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ छेड़छाड़ कर के भी फायदा उठा लेते थे, लेकिन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर ऐसा करना संभव नहीं होगा क्यों कि इन नंबर प्लेट को स्नेप लॉक के ज़रिए फिट किया हुआ रहता है जिसकी वजह से नंबर प्लेट को बदलना लगभग नामुमकिन हो जाएगा इससे वाहन चोरी में भी कमी आएगी।

HSRP Number Plate की विशेषताएं:

  • HSRP नंबर प्लेट कर्व (गोल) किनारों के साथ एल्यूमीनियम से बने होते हैं।
  • यदि कोई व्यक्ति HSRP को अपनी नंबर प्लेट से बदलने की कोशिश करता है, तो वह ऐसा नही कर पायेगा क्योंकि HSRP को हटाते समय स्नैप लॉक को तोड़ना और एक दूसरी अलग नंबर प्लेट लगाना लगभग असंभव होगा।
  • एचएसआरपी प्लेट लगने के बाद वाहन से होने वाले अपराध और वाहन की चोरी पर अंकुश लगाने के लिए केवल लोकल आरटीओ के द्वारा वेरिफिकेशन होने के बाद ही एचएसआरपी नंबर प्लेट्स उपलब्ध किये जायेंगे, यानी एचएसआरपी बिना वेरिफिकेशन के और अनऑथोराइज़ जगहों से मिलना मुमकिन नही होगा।
  • एचएसआरपी को नुकसान के मामले में, वाहन मालिक को जारी की गई नई नंबर प्लेट प्राप्त करने के लिए आरटीओ का दौरा करना होगा।

दोस्तो, अगर आपने भी अपने वाहन में एचएसआरपी नंबर प्लेट नही लगवाई है तो आज ही आपके नजदीकी आरटीओ से संपर्क करके एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाए, ताकि आपका व्हीकल सिक्योर हो जाये और यह कानूनी जरूरी भी है।